पान वशीकरण का अर्थ है , निम्नलिखित मंत्र अभिषिक्त करके जिसे भी पान खिलाया जायगा वह वशीभूत होकर साधक दुवारा वशीभूत हो जायगा |
मंत्र
कामरू देस कामाख्या देवी
तहाँ बसें इस्माइल जोगी
इस्माइल जोगी के दोनों बीड़ा
पहला बीड़ा आती जाती
दूजा बीड़ा दिखावे छाती
तीजा बीड़ा अंग लिपटाये
फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा
दुहाई गुरु गोरखनाथ की
किसी शनिवार की रात्रि से मंत्र का जप शुरू करे | जप के पूर्व स्नान करके ,शुद्ध एकांत स्थान में घी का दीपक जलाकर रखे |किसी मिटटी के सकोरे में कंडो की आच भी रखे | मंत्र -जप के साथ ही लोबान के धुनी देकर ,मधु और मिठाई चढ़ाये | 144 बारमंत्र का जाप करे | नियमित 21 दिनों तक यह साधना करके ,मंत्र सिद्ध किया जाता है |
मंत्रसिद्धि के पश्चात पान को इस मंत्र से सिद्ध करके जिसे भी खिला देंगे , वह पूर्ण रूप से समर्पित हो जायगा |
लौंग , सुपारी , गुड , मिठाई आदि खाने की किसी भी वस्तु को पान की भांति ही अभिमंत्रित कर खिलाने से किसी भी स्त्री या पुरुस का वशीकरण किया जा सकता है |वशीकरण के शाबर मंत्र बहुत है , जिनका यहाँ उल्लेख करना संभव नही है तथा हम उन्हें देना उचित भी नही समझते | कारण ? बहुत से साधक इन मंत्रो का दुरूपयोग ही अधिक करते है |
पान वशीकरण का अर्थ है , निम्नलिखित मंत्र अभिषिक्त करके जिसे भी पान खिलाया जायगा वह वशीभूत होकर साधक दुवारा वशीभूत हो जायगा |
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