यकृत आदि में भी विकार आ जाने के कारण पीलिया रोग हो जाता है । रक्त की कमी भी इसका एक कारण है । ज्वर में अत्यधिक दुर्बलता आ जाने के कारण भी यह रोग होना संभव है । इस रोग में व्यक्ति के शरीर में रक्त का बनना लगभग बंद सा हो जाता है और जो भी वह खाता है उसका रक्त न बनकर सिर्फ उसके पेट के अंदर पानी इकट्ठा होता रहता है जिससे लगातार उसका शरीर पीले पड़ जाता है । और व्यक्ति मरणासन्न की स्थिति में पहुंच जाता है । यदि इस का जल्द से जल्द उपचार ना किया जाए तो यह प्राणों के लिए अत्यधिक घातक हो जाता है । और कभी-कभी रोगी इस रोग में मर भी जाता है । तो दोस्तों मैं आज आपको इस रोग के निवारण के लिए एक मंत्र मैं आपको बताऊंगा यदि आप उस मंत्र का ठीक तरह से जाप करते हैं । तो रोगी पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाता है ।
मंत्र
ॐ नमो आदेश गुरु को श्रीराम सर साधा लक्ष्मण साधा बाण काला पीला रीता नीला थोथा पीला पीला पीला चारों गिरि जहिं तो श्रीराम चन्द्र जी रहै नाम मेरी भक्ति गुरु की शक्ति फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा ।
एक पीतल के कटोरे या कटोरी में जल भरकर रोगी को सामने बैठा दें । फिर मंत्र को पढ़ते हुए एक सुईं से रोगी को झाड़ें और उसे जल में डुबो दें । यह क्रिया शनिवार से शनिवार तक की जाती है । इससे रोगी का पीलिया झड़ जाता है ।
अंत में मैं यही कहूंगा कि अगर किसी भी भाई का पीलिया ठीक ना हो रहा हो । सभी प्रकार की दवाइयां ले ली है
मुझसे आप संपर्क कर सकते है मेरा दावा है मैं उसे पूर्ण रूप से स्वस्थ कर दूंगा चाहे वह किसी भी स्थिति का पीलिया हो। अगर वह जहरबाद की स्थिति का भी बना हुआ है । तब भी मैं उसको ठीक कर दूंगा । उसके लिए आप मुझसे संपर्क कर सकते हैं नीचे मैं आपको अपने मोबाइल नंबर दूंगा जिस पर आप कॉल या व्हाट्सएप कर सकते हैं।
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